सही मैं और झूठा मैं के बीच की खींचातानी (Tug of War between True Self & False Self - Aniruddha Bapu Hindi Discourse 21 August 2014)

सही मैं और झूठा मैं के बीच की खींचातानी

अन्य लोगों से मानव अपने बारे में रहने वाली उनकी राय सुनकर ‘अपने मैं’ की धारणा बना लेता है। इससे वह अपने सही मैं को दबाकर झूठे मैं को ताकतवर बनाता है और इन दोनों के बीच की खींचातानी जीवन भर चलती रहती है । सही मैं और झूठा मैं के बीच की खींचातानी के बारे में परम पूज्य सद्गुरु श्रीअनिरुद्धसिंह ने अपने २१ अगस्त २०१४  के प्रवचन में मार्गदर्शन किया, जो आप इस व्हिडियो में देख सकते हैं l

॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥